शिवानी जी , चूँकि मेरी और आपकी ११:०० बजे तक चर्चा हुई पर आज आपका जन्मदिवस है ये उस वक़्त मेरी वाल पर प्रतीत नहीं हुआ था .....और अफ़सोस है की मै आपको उस वक़्त ही मुबारक बाद देने के अवसर से वंचित रह गया
अब जब देर से विश कर रहा हूँ तो सोच रहा हूँ की एक कबिता के माध्यम से ही आपकी विश किया जाए
"जन्मदिवस का दिन इतना पावन और सुन्दर होता है,
दिन में हो उल्लास शाम को केक का अवसर होता है
ना करना गुस्सा तुम इस दिन करना सारे अच्छे काम
सुन्दर हो संसार आपका पहुंचे दूर-दूर तक नाम
मम्मी बोलें मेरी बेटी सबसे अच्छी इस दुनिया में
पापा का भी सीना चौंडा सर हो बड़ा इस दुनिया में
रंग जमाव धूम मचाओ और पठाखे खूब चलाओ
बचपन और जवानी का तुम आज फासला यही मिटाओ
कम्बल बाँटो खाना बाँटो नहीं रहे कोई भूखा
आज सभी को तुम खुश कर दो हो जिसका भी दिल टूटा
कविता हो गयी बहुत बड़ी अब लिखना करता हूँ मैं बंद
जनम दिवस की लाख बधाई मेरे और से हों स्वछंद"
रचित- सचिन पी पुरवार
Sachin P Purwar
happy vala b'day
specially composed only for u as a birthday gift by me ..... Shivani Purwar.
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