मेरे प्यारे दोस्तों
आप सभी का बहुत बहुत आभार कि आपने मेरी लिखी हुई कविताओं को प्रशंसा का पात्र बनाया मेरी शुरुआत कहाँ से हुई मित्रों ये बताता हूँ मै ......और मैं ये अपनी तमाम लेखनी को समर्पित करता हूँ उस प्यारी सी बच्ची, मेरी प्यारी से दोस्त को जिसने एक बार चैट पर बात करते हुए मुझसे कुछ लिखने कि अपील कि और मैंने कुछ बेतुका सा लिखा भी ...पर उसने उन पंक्तियों कि बहुत प्रशंसा की मुझे अच्छा लगा ....अब मै उसे प्रतिदिन ४-५ पंक्तियाँ सुनाने लगा और वो उन्हें सराहती रही, मेरा हौसला बढाती रही |
मैं एहसानमंद हूँ उस प्यारी सी लड़की का........
आज परिणाम आप सबके सामने है की आप सब कहने लगे कि मै बहुत अच्छा लिखने लगा .... वो अलग बात है कि मै अभी भी भ्रमित हूँ ......:)
जानना चाहेंगे दोस्तों उस प्यारी सी बच्ची का नाम ....... Shradha Katiyar
बेटा श्रद्धा .....समर्पित आपको _/\_
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